देहरादून, उत्तराखंड में मौसम का मिजाज डराने लगा है। अगले चार दिनों तक यही स्थिति बनी रहने का अनुमान है। राज्य मौसम केंद्र ने छह से आठ जुलाई तक दून समेत आठ जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को भी सात जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इधर, वीरवार को रुद्रप्रयाग जिले की सारी चमसील ग्रामसभा के अतिवृष्टि से मलबा और पानी आबादी के निकट खेतों में घुस गया। इससे लोग सहम गए, मलबे से कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। देहरादून के पॉश इलाके में आकाशीय बिजली से चहारदीवारी क्षतिग्रस्त हो गई। देहरादून समेत कुछ जिलों में पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होती रही। भूस्खलन की वजह से बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे चार घंटे अवरुद्ध रहा। चारों धाम और हेमकुंड की यात्रा जारी रही। एक रोज पहले मौसम विभाग ने देहरादून समेत सात जिलों में 24 घंटे के दरम्यान भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, लेकिन गुरुवार सुबह मौसम की करवट को देखते हुए राज्य में 48 घंटे का अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि अभी मानसून पूरी तरह सक्रिय नहीं हुआ है
सहारनपुर- मेला गुघाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नगर निगम द्वारा गढ़वाल सभा सहारनपुर के सहयोग से जनमंच सभागार में ‘देवभूमि सांस्कृतिक गीत संध्या’ का आयोजन किया गया। उद्घाटन उत्तराखण्ड के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कैलाश पंत, महापौर डॉ.अजय कुमार, नगर विधायक राजीव गुंबर, पूर्व महापौर संजीव वालिया, हेमंत अरोड़ा, राहुल शर्मा व मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति व पार्षद सुधीर पंवार आदि ने स्वतंत्रता सेनानी व पेशावर काण्ड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली, स्वतंत्रता सेनानी देव सुमन तथा भारत के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व रिबन काटकर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्रत्येक घाटी में अलग संस्कृति और प्रत्येक चोटी पर अलग बोली मिलती है। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी, जौनसारी सहित उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्कृतियों की तरह गोगावीर जी से जुड़ी संस्कृति भी लोगों को प्रभावित करती है। संस्कृतियां लोगों को संस्कार देती हैं। उन्होंने मेला गुघाल में पर्वतीय संस्कृति के कार्यक्रम के आयोजन के लिए महापौर व नगर निगम का आभार जताया।...