सहारनपुर-नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ने डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए महानगर में एमआरएफ सेंटरों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए दिल्ली रोड स्थित विभिन्न क्षेत्रों में स्थान चिन्हित करने के निर्देश सहायक नगरायुक्त को दिए। नगरायुक्त ने ब्रहस्पतिवार की सुबह लेबर कॉलोनी स्थित एमआरएफ सेंटर का निरीक्षण करने के अतिरिक्त वार्ड नंबर दस में मौहल्ला समितियों से बात कर कूड़ा कलेक्शन की जानकारी ली। उन्होंने कूड़ा कलेक्शन का कार्य करा रहे आईटीसी मिशन सुनहरा कल से सम्बद्ध एनजीओ को महानगर के सभी घरों को कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था से जोड़ने के निर्देश दिए।
नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ब्रहस्पतिवार की सुबह दस बजे वार्ड दस के रुप विहार कॉलोनी पहुंची। रुप विहार व वेद विहार की मौहल्ला समितियों से नगरायुक्त ने उनके द्वारा कूड़ा कलेक्शन में किस तरह सहयोग किया जा रहा है, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से जुड़े परिवारों से यूजर चार्ज कैसे और कितना एकत्र किया जा रहा है, कूड़ा कलेक्शन करने वाले को कितना धन दिया जा रहा है, कितने घर इस व्यवस्था से जुडे़ है, तथा वहां कूड़ा कलेक्ट कर कहां ले जाया जा रहा है, उसका निस्तारण किस प्रकार किया जा रहा है आदि की विस्तार से जानकारी ली।
आईटीसी मिशन सुनहरा कल उमंग के मयंक पांडेय ने बताया कि महानगर के 30 वार्डो में उमंग, 30 वार्डो में एनजीओ फोर्स तथा शेष 10 वार्डो में स्पेस सोसायटी द्वारा कूड़ा कलेक्शन कराया जाता है। सभी वार्डो में गीला-सूखा अलग-अलग कूड़ा संग्रहित किया जाता है। सूखा कूड़ा एमआरएफ सेंटरों पर पृथक्करण कर पुर्नचक्रण के लिए भेज दिया जाता है और गीले कूड़े से खाद बनायी जा रही है। उन्होंने बताया कि वार्डो में कम्पोस्टर लगाये गए है तथा घरों में भी होम कम्पोस्टर रखे गए है नगरायुक्त ने कूड़ा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी अरविंद से भी जानकारी ली कि उसके द्वारा कूड़ा कहां डाला जा रहा है, घरेलू हानिकारक कचरा दवाई रैपर, सीरिंज आदि का निष्पादन कैसे किया जा रहा है। नगरायुक्त ने उमंग एनजीओ के कार्यालय का भी निरीक्षण किया और उनके संसाधनों के साथ कूड़ा प्रबंधन की जानकारी ली।
बाद में उन्होंने लेबर कॉलोनी स्थित एमआरएफ संेटर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नगर स्वास्थय अधिकारी/सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम को निर्देश दिए कि वहां व्यवस्थित ढंग से एमआरएफ सेंटर बनवाया जाए। इसके अतिरिक्त महानगर के अन्य क्षेत्रों में भी कूड़ा पृथक कर निस्तारण के लिए दिल्ली रोड सहित कुछ और एमआरएफ सेंटरों के निर्माण के लिए स्थान चिन्हित किये जाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम महानगर को जल्दी से जल्दी कूड़ा मुक्त करना चाहता है। निरीक्षण के दौरान आईटीसी सुनहरा कल कार्यक्रम प्रबंधक पामीश कुमार, मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रपाल सिंह व चंद्रपाल सिंह आदि शामिल रहे
ऐसे होता मौहल्ला समिति का संचालन
रुप विहार मौहल्ला समिति की अध्यक्ष मुन्नी रमोला ने बताया कि 165 घर कॉलोनी में है और सभी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से जुड़े हैं। पहले उनका क्षेत्र बहुत खराब था प्लाटों में कूड़ा डाला जाता था, लेकिन मौहल्ला समिति बन जाने और डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन किये जाने के बाद अब कहीं गंदगी दिखायी नहीं देती। उन्होंने बताया कि घरों से कूड़ा कलेक्शन के यूजर चार्ज के रुप में जो पैसा इकट्ठा किया जाता है उसका 90 प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन करने वाले कर्मचारी को दिया जाता है और दस प्रतिशत समिति अपने संचालन के लिए रखती है।
सहारनपुर- मेला गुघाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नगर निगम द्वारा गढ़वाल सभा सहारनपुर के सहयोग से जनमंच सभागार में ‘देवभूमि सांस्कृतिक गीत संध्या’ का आयोजन किया गया। उद्घाटन उत्तराखण्ड के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कैलाश पंत, महापौर डॉ.अजय कुमार, नगर विधायक राजीव गुंबर, पूर्व महापौर संजीव वालिया, हेमंत अरोड़ा, राहुल शर्मा व मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति व पार्षद सुधीर पंवार आदि ने स्वतंत्रता सेनानी व पेशावर काण्ड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली, स्वतंत्रता सेनानी देव सुमन तथा भारत के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व रिबन काटकर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्रत्येक घाटी में अलग संस्कृति और प्रत्येक चोटी पर अलग बोली मिलती है। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी, जौनसारी सहित उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्कृतियों की तरह गोगावीर जी से जुड़ी संस्कृति भी लोगों को प्रभावित करती है। संस्कृतियां लोगों को संस्कार देती हैं। उन्होंने मेला गुघाल में पर्वतीय संस्कृति के कार्यक्रम के आयोजन के लिए महापौर व नगर निगम का आभार जताया।...