सहारनपुर-एक ही छत के नीचे अलग-अलग धर्माे के दो युगल अपने-अपने रीति रिवाजों के साथ प्रणय बंधन में बंध गए। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत विवाह समारोह का आयोजन जनमंच में नगर निगम द्वारा किया गया था। निगम के अधिकारियों व समाज के गणमान्य लोगों ने शासन द्वारा निर्धारित धनराशि का चैक और उपहार प्रदेश सरकार की ओर से दोनों युगलों को प्रदान किया।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत आज नगर निगम द्वारा जनमंच में दो जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया गया। वर्धमान कॉलोनी निवासी कु.अनामिका का मनीष वर्मा के साथ पंकज पंडित ने अग्नि को साक्षी रखकर वेद मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे कराकर विवाह सम्पन्न कराया। जबकि पुल बंजारान निवासी कु. वजीहा का विकास नगर निवासी वाजिद के साथ कारी मौ.अनवर ने पवित्र आयतों के बीच निकाह सम्पन्न कराया। दोनों जोड़ों को निगम के अधिकारियों व समाज के अनेक लोगों ने आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद और उज्जवल भविष्य की कामना की।
अपर नगरायुक्त एस के तिवारी, अधिशासी अभियंता जलकल सुशील सिंघल, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रवीश चौधरी, कर निर्धारण अधिकारी दिनेश यादव, कर अधीक्षक सुधीर शर्मा व साहबसिंह ने दोनों युगलों को शासन से निर्धारित 35 हजार रुपये का चैक, एक मोबाइल, पाजेब, चुटकी व कपडे़-बर्तन आदि उपहार भेंट किए। वार्ड 70 के पार्षद महमूद हसन, वंदना दुआ व डा.सपना सिंह के अलावा शहर के अनेक गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। विवाह समारोह का संचालन सपना सिंह ने किया
सहारनपुर- मेला गुघाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नगर निगम द्वारा गढ़वाल सभा सहारनपुर के सहयोग से जनमंच सभागार में ‘देवभूमि सांस्कृतिक गीत संध्या’ का आयोजन किया गया। उद्घाटन उत्तराखण्ड के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कैलाश पंत, महापौर डॉ.अजय कुमार, नगर विधायक राजीव गुंबर, पूर्व महापौर संजीव वालिया, हेमंत अरोड़ा, राहुल शर्मा व मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति व पार्षद सुधीर पंवार आदि ने स्वतंत्रता सेनानी व पेशावर काण्ड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली, स्वतंत्रता सेनानी देव सुमन तथा भारत के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व रिबन काटकर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्रत्येक घाटी में अलग संस्कृति और प्रत्येक चोटी पर अलग बोली मिलती है। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी, जौनसारी सहित उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्कृतियों की तरह गोगावीर जी से जुड़ी संस्कृति भी लोगों को प्रभावित करती है। संस्कृतियां लोगों को संस्कार देती हैं। उन्होंने मेला गुघाल में पर्वतीय संस्कृति के कार्यक्रम के आयोजन के लिए महापौर व नगर निगम का आभार जताया।...