सहारनपुर- महापौर डॉ. अजय कुमार का कहना है कि सहारनपुर के महाड़ी स्थल पर जाहरवीर गोगा जी महाराज की स्मृति में आयोजित मेला गुघाल राजस्थान के बाद देश का सबसे बड़ा छड़ी मेला है। इस मेले का ऐतिहासिक, आध्यात्मिक, साम्प्रदायिक सौहार्द के साथ-साथ सांस्कृतिक व सामाजिक महत्व भी है। यह हमारी संस्कृति और हमारे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की पहचान भी है। उन्होंने कहा कि भारत आस्था, श्रद्धा और परम्पराओं का देश है। देश में असंख्य ऐसे स्थल है जहां आयोजित होने वाले पारम्परिक उत्सवों व आयोजनों में लाखों-करोड़ों लोग श्रद्धा और आस्था के साथ शामिल होकर मनौतियां मनाते हैं। मेला गुघाल भी ऐसा ही स्थल है।महापौर डॉ. अजय कुमार यहां जनमंच (सेठ गंगा प्रसाद माहेश्वरी सभागार) में छड़ी पूजन कर मेले का शुभारंभ करने के बाद नगर निगम द्वारा आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी अधिकारियों,पार्षदों और अन्य जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील करते हुए मेले को भव्यता और नव्यता के साथ मनाने पर जोर दिया। नगरायुक्त संजय चौहान ने सभी जनपंदवासियों को मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छड़ी मेले के माध्यम से उन्हें यहां विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं का संगम देखने को मिला है। मेले को लेकर यहां सभी लोगों में दिखायी दे रहा उत्साह मेले की महत्ता प्रदर्शित कर रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि नगर निगम गत वर्षो से और बेहतर व्यवस्थाओं के साथ मेला आयोजित करने का प्रयास करेंगा। इसके अलावा पूर्व विधायक जगपाल सिंह, मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति, उपसभापति मुकेश गक्खड़, पार्षद चौधरी वीरसैन सिद्धू, मंसूर बदर व संजीव कर्णवाल के अलावा भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष हेमंत अरोड़ा, समाजसेवी सुनील गुप्ता, भारतभूषण व पाल्ली कालड़ा ने भी सभी को सौहार्द के प्रतीक मेला गुघाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी वर्गो और धर्माे के लोग एक साथ मिलजुल कर इस मेले को जिस श्रद्धा के साथ मनाते है, वह अपने आप में एक अनूठा उदाहरण है। इससे पूर्व महापौर डॉ. अजय कुमार, नगरायुक्त संजय चौहान, मेलाधिकारी/अपर नगरायुक्त राजेश यादव व मृत्युंजय, मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति, वाइस चेयरमैन सुलेख चंद व कु.ज्योति अग्रवाल, पूर्व विधायक जगपाल सिंह, उपसभापति मुकेश गक्खड़, दल नेता संजय गर्ग, कार्यक्रम संयोजक व पार्षद बरखा कल्याण, पार्षद आरती दिवाकर, नूतन तोमर व रविसैन जैन के अलावा समाजसेवी पाल्ली कालड़ा, पूर्व महानगर अध्यक्ष हेमंत अरोड़ा, विनोद घावरी, सुनील गुप्ता आदि ने पूर्ण विधि विधान के साथ छड़ी का पूजन किया। छड़ी के जनमंच द्वार पर पहुंचने पर पूर्व विधायक जगपाल सिंह, अपर नगरायुक्त राजेश यादव, कर अधीक्षक सुधीर शर्मा, पार्षद मयंक गर्ग, वीरसैन सिद्धू, पार्षद प्रतिनिधि राकेश कल्याण, नीरज कुमार व प्रविन्द्र तोमर ने छड़ी का स्वागत किया। मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति, उपसभापति मुकेश गक्खड़ व दल नेता संजय गर्ग, पार्षद संजय सैनी, गौरव कपिल, सुनील पंवार, सोपिन पाल, राजीव अन्नू ने महापौर, नगरायुक्त व अन्य अतिथियों का पगड़ी व पटका पहनाकर स्वागत किया। महापौर डॉ. अजय कुमार ने भी नगर निगम की ओर उपरोक्त सभी पार्षदों के अलावा पार्षद अभिषेक अरोड़ा टिंकू, मंसूर बदर, अहमद मलिक, जफर, कपिल धीमान, सुखबीरसिंह, राजकुमार शर्मा, राजेंद्र कोहली, नितिन जाटव, स्वराजसिंह, अनिल मित्तल आदि का पटका पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सीटीओ संगीता, कर अधीक्षक सुरेंद्र सिंह, जेई अनुज कुमार, पृथक वर्मा, नितिन गुप्ता, सरोज शर्मा के अलावा शहर के अनेक गणमान्य लोग शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन पार्षद कु. ज्योति अग्रवाल व पार्षद प्रतिनिधि राकेश कल्याण ने किया।
सहारनपुर- मेला गुघाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में नगर निगम द्वारा गढ़वाल सभा सहारनपुर के सहयोग से जनमंच सभागार में ‘देवभूमि सांस्कृतिक गीत संध्या’ का आयोजन किया गया। उद्घाटन उत्तराखण्ड के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कैलाश पंत, महापौर डॉ.अजय कुमार, नगर विधायक राजीव गुंबर, पूर्व महापौर संजीव वालिया, हेमंत अरोड़ा, राहुल शर्मा व मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति व पार्षद सुधीर पंवार आदि ने स्वतंत्रता सेनानी व पेशावर काण्ड के नायक वीर चंद्रसिंह गढ़वाली, स्वतंत्रता सेनानी देव सुमन तथा भारत के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व रिबन काटकर किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्रत्येक घाटी में अलग संस्कृति और प्रत्येक चोटी पर अलग बोली मिलती है। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी, जौनसारी सहित उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्कृतियों की तरह गोगावीर जी से जुड़ी संस्कृति भी लोगों को प्रभावित करती है। संस्कृतियां लोगों को संस्कार देती हैं। उन्होंने मेला गुघाल में पर्वतीय संस्कृति के कार्यक्रम के आयोजन के लिए महापौर व नगर निगम का आभार जताया।...